Heer Lyrics – Sonu Nigam
Singer: Sonu Nigam
Title: Heer
हाए, तेरी नज़ाकत क्या कहने
तेरे भोलेपन पे मर बैठे
हो, एक जिंदड़ी दी थी रब ने हमें
हम तेरे हवाले कर बैठे
तेरे रूप की धूप का क्या कहना
मेरी शामें सवेर कर देती है
हो, मेरी जान पे बन-बन आती है
जो तू ज़ुल्फ़ को झटका देती है
मुझे चाँद ने एक दिन पूछा था
“तूने मुझ सा कोई देखा क्या?”
हो, मैंने हँस के उसे सवाल किया
“तूने यार को मेरे देखा क्या?”
ਮੇਰੀ ਹੀਰ, ਨਾ ਛੱਡ ਕੇ ਜਾ ਮੈਨੂੰ
ਤੇਰੀ ਮਿੰਨਤਾਂ ੧੦੦੦ ਮੈਂ ਕਰਦਾ ਹਾਂ
ਹੋ, ਕਿਵੇਂ ਕੱਟਣੀ ਐ ਤੇਰੇ ਬਾਅਦ ਮੇਰੀ
ਇਹੀ ਸੋਚ ਕੇ ਤੇ ਮੈਂ ਮਰਦਾ ਹਾਂ
ਰੱਬ ਢੂੰਢਣ ਨਿਕਲਾ, ਮਿਲ ਜਾਣਾ
ਪਰ ਤੈਨੂੰ ਮੈਂ ਕਿਵੇਂ ਪਾਵਾਂਗਾ?
ਕੀਹਨੂੰ ਸਾਮ੍ਹਣੇ ਬਿਠਾ ਕੇ ਅੱਖੀਆਂ ਦੇ
ਹਾਏ, ਦਿਲ ਦੀ ਗੱਲ ਸੁਨਾਵਾਂਗਾ?
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Lyrics Sonu Nigam – Heer
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